Mrityunjay KashyapAug 191 min readPoems And Storiesआँचलसब सामर्थ्य सबला तेरे करतल, शक्ति स्वरूपा तू आदि प्रबल, लौकिक रूप अलौकिक शृंगार, सौन्दर्य सिरमौर हो ये आंचल! जब शिशु नयन बहते अश्रुजल,...