Mrityunjay KashyapOct 251 min readHindi Literatureऔर बाक़ी हैग़म की बरसात और बाक़ी है, इक मुलाक़ात और बाक़ी है। बन चुकी दास्ताँ-ए-दिल पत्थर, फ़िर भी जज़्बात और बाक़ी है। कुछ सुना तुम करो सुनूँ मैं...
Mrityunjay KashyapOct 161 min readPoems And Storiesयाद हैआजकल यूँ सामने नज़रें चुराना याद है, क्या तुझे एहसान मेरा भूल जाना याद है। दिल लगाने से नए नातों को अब तौबा किया, बेवफ़ा होता हुआ रिश्ता...
Mrityunjay KashyapSep 171 min readHindi Literatureहाल-ए-दिल: 1दोस्ती की सारी कहावतें अब झूठी लगती हैं, यह कम्बख़त दुनिया मुझसे रूठी लगती है, यारा! बाकी सब को आज़मा लिया है मैंने, यक़ीनन इक तेरी बात...
Mrityunjay KashyapApr 81 min readPoems And Storiesऔर मैं हूँमेरा भँवरा सा मन है और मैं हूँ, तेरा गुल सा बदन है और मैं हूँ। सितारों से भरा तेरा समाँ है, क़मर सूना सजन है और मैं हूँ। सुबह की शाम होगी...
Mrityunjay KashyapApr 11 min readPoems And Storiesमुझे ग़म नहींक़ाबिल-ए-ख़्वाहिश-ओ-आरज़ू हम नहीं, यह चकोर-ओ-मह-ए-नौ सा आलम नहीं। मुझ पे एहसान बाक़ी रहेगा तेरा, वक़्त ज़ख़्म-ए-जुबाँ का है मरहम नहीं।...
Mrityunjay KashyapMar 241 min readPoems And Storiesबंद आँखें तो इक बहाना हैंनाम से क्यों वुजूद पाना है, मंजिल-ए-कब्र ही तो जाना है। लिख कलाम-ओ-ग़ज़ल उसूल-ए-ग़म, इस ख़ुशी का कहाँ ठिकाना है। मैं हुजूम-ए-मलाल में...
Mrityunjay KashyapMar 221 min readHindi Literatureदिल बेज़ार होगाकिस भरम में ख़ुश हुए थे हुस्न का दीदार होगा, ख़्वाब जिसका राज़, अनक़ा का कहीं इज़हार होगा! भूल कर भी चैन ना हो वो ख़याल-ए-दिल तेरा है,...
Swarnim KumariOct 7, 20234 min readHindi Literatureप्रतिबिम्बहम जिस संसार को सत्य मानते हैं, क्या वो सत्य है अथवा बस एक धोखा? इस पृथ्वी पर रह रहे सभी जीवों का जन्म यहाँ किसी न किसी वज़ह से हुआ है।...
Mrityunjay KashyapSep 7, 20236 min readPoems And Storiesप्रायश्चितबिहड़ बन में करते प्रवेश, पालें मन में भय क्लेश, ज्यों मनुष्य को भवसागर, शंका से ना राह उजागर, हरि नाम का एक अवलंब, काट करें कठिन कलुष...
Mrityunjay KashyapAug 13, 20232 min readPoems And Storiesमन में - 3. प्रवेशदरबार में अद्भुत है शोभा आज, सजा है चारों ओर साजों-साज, हो रहा था बड़ा सम्मेलन, थे उपस्थित विशिष्ट ज्ञानी जन। आए थे पार कर प्रांत, थी...